मैथिलीक प्राचीन नाटकक मंचन : समस्या आ उपलब्धि — डॉ. प्रकाश झा
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
मैथिली साहित्यक काल विभाजनक समस्या सँ सबगोटे परिचित छीहे । डॉ. जयकान्त मिश्र जीक अनुसार प्राचीनकाल वा आदिकाल 1600 ई....
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विश्व-परिदृश्य सन्दर्भित अजित आज़ादक बारह टा कविता
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/ 13/07/2024
दुरमतिया बांग्लादेशी अर्थव्यवस्था सँ पछुआयल हमपोसने छी मनोरथबुर्ज खलीफाक छाहरि तर सुस्तेबाकपोसिया लागल लालकिला परआफन तोड़ैत सत्तरि सालक झूठ सँनिंघटि...
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काँट (कथा) — प्रदीप बिहारी
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
ढोल-पिपही बन्न भ' गेल रहैक। मात्र शहनाइ टा बजैत छलैक। सेहो लाउडस्पीकर सँ। बरियातक भोजन भ' गेल छलैक। आंगन शान्त...
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दर्द-निरोध (कथा) — विभूति आनंद
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
जहिया हम एत' योगदान देने रही, एक विशाल व्यक्तित्वक दर्शन भेल छल । वएह हमर समस्त प्रमाण पत्रक जाँच कएने...
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रिपुञ्जय कुमार ठाकुरक पन्द्रह गोट कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
1.इतिहास अपन बौद्धिक तृप्ति लेलडूबैत छी भूतक सागर मेएहि शास्त्र सँ परिचय होइतोतर्क-प्रतिपादनक साक्ष्य तकैत छीप्राप्त होइत अछि पुरातन चित्रलिपिआ...
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माटिपानिक निधोख कविता ‘तें किछु आर’ (समीक्षा) — रमेश
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/ 13/07/2024
एकैसम सदीक दू दशक मे मैथिली कविताक क्षेत्र मे जे प्रतिभा सभ सृजनरत भेलाह अछि, ताहि मे अरुणाभ सौरभ अपन...
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बुढ़भस (कथा) — श्रीधरम
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/ 13/07/2024
मनोरमा केँ एखनो विश्वास कहाँ भ’ रहल छलैक... जखन ओकर बियाह ठीक भेल...
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‘स्मृति-यात्राक एकान्त मे’ संस्मरणक शिलालेख लिखैत कीर्त्ति नारायण मिश्र — रमेश
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/ 13/07/2024
अपना लेखनक जीवन-काल मे सक्रिय, साहित्य आ साहित्येतर बुद्धिजीवीक जीवनी आ व्यक्तित्वक संस्मरण लिखब कोनो रचनाकार लेल, ओहि भाषा आ...
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चीअरलीडर (कथा) — डॉ. कुमार पद्मनाभ
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
दिल्लीक फिरोजशाह स्टेडियमक ग्रीन रुम मे बीसहुँ लोकनिक अछैत निस्तब्धता छल। रहि-रहि क' लोकक आवाजाही भ’ रहल छल, मुदा कियो...
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कविताक मादे विचारैत काल — गुंजन श्री
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/ 13/07/2024
श्री भीमनाथ झा अपन संस्मरण-संग्रह मे धूमकेतुक मादे लिखने छथि जे गाम मे कोनो आप्त मित्र धूमकेतु केँ एक बेर...
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पीहू (कथा )— कल्पना झा
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
एक टा भव्य विवाह भवन। रंग-रंग केर खान-पीनक ओरियाओन। बरियाती सभ जलपान , चाह मे मगन। जयमाल कराओल जेतैक ताहि...
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नारायण जी मिश्रक पाँच गोट प्रेम कविता
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/ 13/07/2024
प्रेम करबाक आश्वासन ज्ञात अछि हमराएक दिन नहि रहब हमआ हमर मोनक संगध्वस्त भऽ जायत हमर संसारतखन हमरा परहमर अनुपस्थिति...
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अयलै शुभ के लगनमा, शुभे हे शुभे… (कथा) — विभूति आनंद
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
से पूरा-पूरी बेचैन-स्थिति रहै । स्नेहिका दुष्यन्तक ह्वाट्सऐप, कि फोन,...
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लाबादुआ (कथा) — प्रदीप बिहारी
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/ 13/07/2024
पनरह किलोमीटरक बाट पार कयलाक बाद राम पदारथ पाठकक मोन बन्हयलनि। भरोस भेलनि जे मित्रक जन्मदिनक आयोजनमे समय पर उपस्थित...
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उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’क नाटक मे प्रयोग — डॉ. प्रकाश झा
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/ 13/07/2024
बैद्यनाथ मिश्र ‘यात्री’, राजकमल चौधरी, हरिमोहन झा, पं. गोविंद झा, चंद्रनाथ मिश्र ‘अमर’ आदि – मैथिली साहित्य मे अलग – अलग विधा सभ मे लिखैत रहलाह अछि आ चर्चित...
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सामाक पौती (कथा) — पं. गोविन्द झा
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/ 13/07/2024
कदीमाक फूल तँ सभ देखने होयब आ ओकर शोभापर मुग्धो भेल होयब मुदा कहियो कुम्हड़ोक फूलपर ध्यान गेल अछि? एहूमे...
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जनउ (कथा) — रमेश
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/ 13/07/2024
समस्त प्रदेश विखाह हवा स' सविक्ख भेल छल।लोक त्रस्त आ आतंकित छल,जे कहीं अपने मे ने गृहयुद्ध शुरु भ' जाइ!तकर...
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जानकी-जन्मक एक कथा ईहो — भीमनाथ झा
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/ 13/07/2024
विक्रम संवत् 2013 (1956 ई.) मे निज जानकी नवमी दिन कविवर सीताराम झा अपन प्रख्यात महाकाव्य 'अम्बचरित'क प्रकाशकीय (क्षमा प्रार्थना)...
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खैंक (कथा) — नारायणजी
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/ 13/07/2024
घटना ओहि दिनक थिक,जहिया हम अपन उमेरक बीसम पार कयने रही।समाजमे अपन वैभवकेँ देखयबाक दुर्लभ लालसा उधियाइत रहय।अपन...
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