आदित्य भूषण मिश्रक किछु कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
प्रवासी पेट जखन भारी पड़य लगैत छैक प्रेम परत' डेग स्वतः निकलि जाइत छैकदानाक ताक मे ट्रेन छोड़ैत चलि जाइत...
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त’ से कहलहुँ जे… — गुंजन श्री
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/ 13/07/2024
प्रत्येक व्यक्तिक स्वतंत्रता ओकर व्यक्तिगत अधिकार होइत अछि। ओकरा ओ सबटा स्वतंत्रताक अधिकार भेटओक जे ओकर छैक ताहि केँ हम...
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नाटक चलिये रहल छैक… — गुंजन श्री
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/ 13/07/2024
जँ समुच्चा ग्लोब केँ एकटा रंगमंच मानी त' देखा पड़ैछ जे सबठाम नाटके चलि रहल अछि। सब व्यस्त अछि नाटके...
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चौपाड़िक यात्रा-कथा — गुंजन श्री
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/ 13/07/2024
पछिला लगभग पाँच बरखक सक्रीय सामाजिक आ साहित्यिक जीवन मे सब सँ बेसी जे सहयोग केलक ओ अछि फेसबुक। फेसबुके...
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प्रिय रंजन झाक किछु कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
मैथिली कविता मे नव्यतम नाम छथि प्रियरंजन झा। दरभंगा जिलाक दड़िमा गामक निवासी आ सम्प्रति निजी विद्यालय मे शिक्षक प्रियरंजन...
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मैथिली रंगनायक दयानाथ झा — डॉ. प्रकाश झा
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
एहि सत्य केँ मिसियो भरि नकारल नहि जा सकैत अछि, जे वरिष्ठ रंग-पुरोधा दयानाथ झा आब हमरा सबहक बीच नहि...
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श्रृंखला-काव्य आ गाम-विमर्शक प्रतिमान — रमेश
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
मैथिली साहित्य मे भूमिका-लेखनक स्थापित परम्परा आ शैलीक स्वरूप-परिवर्तन भ’ गेल अछि। भूमिका-लेखनक पारम्परिक...
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डॉ. कमल मोहन चुन्नूक बीस गोट गजल
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
1. दमड़ीक लोभे चाम घसेलहुँ, यैह होइ भाइ?मूनल पौतीक नाग डसेलहुँ, यैह होइ भाइ? अहाँक पएर पर आदर मे जे...
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अजित आजादक राग आधारित छह टा कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
जहिना संगीतक सूत महीन तहिना कविताक। कनेक एम्हर सँ ओम्हर भेल नहि कि मोन कोनादनि करय लागत। राग आ कविता...
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दिव्यांग (कथा) — प्रदीप बिहारी
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
भगत जी फेर देखि लेलनि।पछिलो यात्रा मे देखि लेने छलाह आ बड़ आग्रहक संग बुकिंग काउण्टर, जत' ओ बैसैत छलाह,...
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मनोज शाण्डिल्यक दस टा गजल
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
1. बात की छै जे एना अथबल करैएसत्य सँ परिचय किए बेकल करैए आर किछु कहितय किओ तँ मानि लैतहुँई...
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डॉ. निक्की प्रियदर्शिनीक दस गोट कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
1. इयह थिक जीवन ! सजल साजल कनियाँकोबर टुह-टुहछलैक अहिबात पुरहर आ डाला भरलजरैत अहिबातक अखंड दीपओकरा बिलहबाक लेलनहि छलैक...
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बालमुकुन्दक आठ गोट कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
बालमुकुन्द समकालीन मैथिली कविताक न'ब खेपक कवि छथि। हुनक कविता मे एक दिस अपन निर्माता समय सँ एकटा खास तरहेँ...
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ऋण (कथा) — शारदा झा
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
बड़ी काल सँ अपन एकटा पुरान डायरी ताकि रहल छलहुँ, जाहि मे अपन किछु कॉलेजक संगी सभक पता लिखने रही।पोस्ट...
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सुशान्त झा अवलोकितक दस गोट कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
1 . मोन छौक ? आबि रहल छैकतथाकथित प्रेम दिवस सभजे विवश करतअप्पन लैपटॉप मेहाईड क' राखल ओ फोटो सभ...
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सपन एक देखल (कथा) — प्रदीप बिहारी
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
बहुत दिन पर मीनाक माय सँ भेंट भेल छलैक। हाल-सूरतिक गपसपक क्रम मे आदित्य केँ कहलनि, "मीना सँ गप नहि...
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दुविधा (कथा) — शारदा झा
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
माया आइ छत्ता ल' गेनाइ बिसरि गेल छल। बस स्टॉप सँ डेरा तक अबैत-अबैत पूरा भीजि गेल। माया अपन परिवारक...
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किरणजीक संघर्ष आ पक्षधरता — रमेश
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
पतरातूक (हजारीबाग) विद्यापति पर्वक मंच पर आ जनवासा मे मधुपजी, मणिपद्मजीक संग किरणजी सँ भेल भेंट आ फेर किरणजीक गाम...
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अभि आनंदक छह गोट कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
धाख रातिक चारि बजेमहानगरक चकाचौंध मेफेसबुक पररैंडमली पोस्ट सभ लाइक करैतभरि दिनक थकान दूर करबाक लेलकिछु एहन पढ़ चाहैत छीजे...
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विद्यानंद झाक तीन गोट दीर्घ कविता
Gunjan Shree
/ 13/07/2024
आत्मकथा १.नेने मे बियाहलि एकटा नेनाकचारिम नेना छलहुँ हमतेसरक मुइला परमाँगल चाँगलजीबछ धार मे चू कटबाक कबुला कैलचारिम नेना हम।...
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