14/07/2024 No Comments फगुआ: मिथिला-मैथिलक गर्व-पर्व — डॉ. कमल मोहन चुन्नू समस्त मानव समुदाय हेतु पाबनि-तिहारक एकटा विशेष महत्व अछि। एकटा खास तरहक जीवन शैलीमे… Share this:FacebookX Read More
14/07/2024 No Comments प्रेमक रेखागणित (कथा) — श्याम दरिहरे ‘‘तों हमर आब केन्द्रविन्दु बनि गेल छें।’’ ‘‘आऽ तों हमर की बनि गेल छें… Share this:FacebookX Read More
14/07/2024 No Comments मैथिल फाल्केक प्रसूति-व्यथा: मॉलीवुडक आह्वान — डॉ. कमल मोहन चुन्नू मैथिली मे त’ आब कएक टा सिनेमा बनि गेल अछि। घुसकुनियाँ कटैत ई क्रम… Share this:FacebookX Read More
14/07/2024 No Comments बनैत-बिगड़ैत देश आ सुकान्त सोमक कविता — डॉ. तारानंद वियोगी एक सुकान्त सोम मैथिलीक एक विरल कवि छथि, आ हुनका कविता पर बात करब… Share this:FacebookX Read More
14/07/2024 No Comments समकालीन मैथिली कथा मे उपेक्षित वर्ग — डा.राजाराम प्रसाद ‘समकालीन कथा’, ‘कहानी’ आ ‘समांतर कथा’ एक मानल गेल अछि। समकालीन कथा मे कोनो… Share this:FacebookX Read More
14/07/2024 No Comments गुंजनश्रीक तीन टा मैथिली कविता रहना नहीं देश वीराना है मीत !कोना रहब पार लगैत अछिओहि नगर मे जाहि… Share this:FacebookX Read More
13/07/2024 No Comments हरेकृष्ण झाक अइपन (संस्मरण) — गुंजन श्री एक तहिया ग्रेजुएशनक फाइनल इयर मे रही। प्रोजेक्ट वर्क चलैत रहय। साधारणतया लेट सँ… Share this:FacebookX Read More
13/07/2024 No Comments ऑब्जेक्शन मी लार्ड नाटकक रचना सँ मंचन धरि — डॉ. कमल मोहन चुन्नू ई आलेख ‘ऑब्जेक्शन मी लार्ड’ (नाटक) पोथिक भूमिका थिक। चेतना समिति, पटनाक विद्यापति स्मृतिपर्व… Share this:FacebookX Read More
13/07/2024 No Comments कुलानन्द मिश्रक तीनटा कविता कुलानन्द मिश्रक कविताक बाट चलब जीवनक सोझ साक्षात्कार थिक। हिनक कविता मे जीवन अपन… Share this:FacebookX Read More
13/07/2024 No Comments अग्निपुष्पक किछु कविता मैथिली कविता मे कतेको ‘वाद’ सब अबैत-जाइत रहल। यथा – सहजतावाद, अभियंजनावाद, अकवितावाद, नवकवितावाद,… Share this:FacebookX Read More