मर्सी (यूरोप यात्रा-संस्मरण) — गुंजन श्री

अहल भोरे विमान ज्युरिच एअरपोर्ट पर उतरि रहल छल। राति सुतले मे जानि ने कतेको टाइम-जोन बदलि गेल छल! जेट-लैग लगबाक बेर छल। घड़ी देखलहुँ त’ 5:45 होइत छल। विदेशक मे ई पहिल समय छल जे हाथक घड़ी देखा रहल छल। सोचलहूँ जे जँ घड़ी केँ काल्हि स्विस टाइम जोन हिसाबे सेट नहि कयने रहितियैक त’ एखन कतेक बजैत रहितैक भारतीय समय? केहन लगैत यूरोप मे भारतीय समय देखब! हाथ पर बान्हल घड़ी मे कोना बन्हायल रहैत अछि मनुख! अजगुत छैक जे मनुखक समय बंटा गेल अछि सभठामक।

ज्युरिच स्विट्जर्लैंडक दोसर पैघ शहर अछि। आँखि खुजल छल त’ जहाज उतरिये रहल छल। ऊपर सँ देखय मे लगैत छल जेना चारु कात कोनो पहाड़ जकाँ जगह अछि आ बीच मे हवाई-पट्टी। विमानक खिड़की बाटे बाहर देखल; अकास दिस। प्रकृति भोरे-भोरे कतेक मनभावन लगैत छथि! अहा! स्वच्छ निरभ्र अकास, हरियर-कचोर नम्छुरुक्की गाछ सब पर जेना ठाढ़ हुए। ओहिना जेना गाम मे बाँसक कोरो पर चार ठाढ़ करैत रहथि बाबा। हरियर नुआ पहिरने गाछ पर उज्जर दप-दप आकास ठाढ़ छल! मोन भेल जे गाबी मैथिली पुत्र प्रदीपक ई गीत- “…गिरहतबा लगबै छैक बहिना बैसि आरि पर पान गे…!”

धरतीक अकास सँ ध्यान हटल छल त’ मोनक अकासक सोझाँ व्योमबाला एहि यात्राक अंतिम मुस्की देबय स्विस चॉकलेट ट्रे मे लेने ठाढ़ छलीह। हुनका दिस तकलहुँ त’ हुनक पातर सन ठोर पर ‘गुड मोर्निंग’ लिखा गेल रहनि। हमहुँ मुस्की दैत दू गोट चोकलेट ट्रे मे सँ उठा लेलहुँ। ओ हँसैत अगिला रो दिस बढ़ि गेलीह। ताबत विमान कर्मी घोषणा केलनि जे विमान सँ निकलिते स्विस कस्टम अधिकारी पासपोर्ट आदि चेक करताह। अजगुत लागल! भारत मे त’ काउंटर पर जाय पड़ैत छैक चेक-चाक लेल; एतय गेट पर कियैक! पुनः घोषणा भेल जे जेनेवा जाइ बला यात्रीक कनेक्टिंग फ्लाइट टर्मिनल 2 सँ जायत आ समान जेनेवा मे भेटि जायत।

ताबत सीट बेल्ट खोलबाक साइन ऑन भ’ गेल छल। अनेरो मोन घबरा रहल छल। कोना जेबैक एक टर्मिनल सँ दोसर ठाम। कतेक विशाल हेतैक एअरपोर्ट। भाषा नहि जनैत छी; लोक केँ नहि चिन्हैत छी; आदि-आदि। सहयात्री सँ पुछलियनि जे कोना जाइत छैक लोक एक सँ दोसर टर्मिनल? कहलनि अंडरग्राउंड मेट्रो छैक; ओही सँ चलि जायब; बहुत आसन छैक। सहयात्रीक पंजाबक रहथि आ कनाडा जाइत रहथि। हुनका लेल यूरोप रेहल-खेहल रहनि। मुदा हमरा त’ सबटा अनभुआरे लागय।

हम अपन बैग निकालि पीठ पर टंगलहुँ। हाथ मे पासपोर्ट आ आवश्यक कागजात ल’ विमान सँ बहरा गेलहुँ। गेटक सोझें मे स्विस कस्टम अधिकारी ठाढ़ रहथि। ओ सभक पासपोर्ट आदि चेक करैत रहथि। हमर बेर आयल। पासपोर्ट देखि पुछलनि— “कोन करणें अयलहुँ अछि?” हम कहलियनि— “यूनाइटेड नेशन मे ग्लोबल शेपर्स कम्युनिटी, वर्ल्ड इकोनोमिक फोरमक Annual Curators Meet मे आमंत्रित छी आ ताहि मे भाग लेबय आयल छी भारत सँ। ओ मुस्कियाइत “वेलकम” कहलनि आ आगू बढ़ि जेबाक संकेत केलनि। हम आगू बढ़ले रही कि मित्र अविनाशक फोन आयल। ई पहिल कॉल छल विदेश मे अपना लोकक। कतेक आनंद होइत छैक लोक केँ अनकर धरती पर अपन लोकक नाम देखि-सुनि क’ से सद्यः अनुभव भ’ रहल छल! हलसि क’ फोन उठाओल त’ मित्र कहलनि जे अहाँक फ्लाइटक गेट नंबर 16B पर अछि। जल्दी जाउ। हुनका नहि कहलियनि जे दू दिन सँ बोखार लागल अछि। चलबाक इच्छा नहि भ’ रहल अछि। बहुत कमजोरी जकाँ लागि रहल छल। ओ फ़ोन राखि देलनि त’ माँ आ प्रीती केँ फोन केलियनि जे पहुँचि गेल छी ज्युरिच, आब दोसर फ्लाइट सँ जेनेवा जायब।

झटकारि क’ बढ़ल रही आगू। टर्मिनलक कॉम्बिनेशन लग एग्जिट जकाँ गेट बनाओल रहैक। ओतय समान सब चेक होइत रहैक सभक। ट्रे मे बैग आ अन्य समान सब बहार क’ क’ स्कैन करेबाक रहैक। हम अपन समान सब केँ राखि देल ट्रे मे। ताबत एकटा अधिकारी किछु इशारा केलनि। हम बुझि नहि सकल रही जे ओ की कहि रहल छथि। ओ आबि क’ बैगक साइड पॉकेट मे राखल पानिक बोतल निकालनि आ बगले मे राखल वाटर कंटेनर मे बोतलक पानि हेरा देलनि। हम हतप्रभ रही। सरिपहुँ एना कियैक केलनि ओ? मुदा परदेशक पुलिस के की कहि सकैत रही! ओना कहि त’ अपनो देश मे नहि सकैत छी। प्रशासन केँ के की कहि सकैत अछि?

सहयात्री केँ पुछलियनि त’ ज्ञात भेल जे यूरोप मे कियो बाहर सँ पानि ल’ क’ नहि प्रवेश क’ सकैत अछि। अपरितिव सन लागल। ई कोन बात भेलैक जे लोक बेसिक नीडक समान संग मे नहि राखि सकैत अछि! पछाति एकर कारण ज्ञात भेल। ठीके-ठाक लागल। सभक अपन-अपन नियम-कानून छैक आ से स्वाभाविक रूप सँ ओकर परिस्थिति पर निर्भर करैत छैक।

समान सब चेक करबा क’ बाहर भेल रही त’ लागल जेना कोनो मॉल मे आबि गेल छी। चारुकात चकमक करैत दोकान-दौरी। घड़ी देखल। 7:00 बजैत छल। 8 बजेक फ्लाइट छल। आब एतय सँ कोम्हर-कोना जाइ से नहि बुझि पड़य। देह एखनो बोखार मे छल। हेल्प सेंटर दिस बढ़लहुँ। बढ़ले जाइत रही कि सोझाँ मे बैग टंगने एकटा 20-21 बर्खक नवयौवना देखेलीह। पुछबाक मोन भेल जे कहीं इहो त’ क्युरेटर नहि छथि कोनो ठामक? अविनाश कहने रहथि जे जे कोनो युवा भेटय ओ बेसी उमीद क्यूरेटरे होयत आ मीटिंग मे भाग लेबय आयल होयत; निधोख टोकबैक। हम पुछलियनि हुनका जे “टर्मिनल 2 कोना जेबैक एहि ठाम सँ? हमरा जेनेवा बला फ्लाइट पकड़बाक अछि।” हुनक पानक पात सन पातर ठोर पर हुनकर आखर छिड़िया उठलनि— “चलू हमहूँ जेनेवा जा रहल छी; हमरो फ्लाइट टर्मिनल 2 सँ अछि।” फेर पुछ्लनि— “कोन एयरवेज अछि?” “स्विस एयरवेज” —हम कहने रहियनि। “अच्छा हमरो ओही मे अछि; चलू।” कहैत ओ आगू-आगू मेट्रो दिस बढ़ि गेल रहथि। हमहूँ हुनका पाछू-पाछू विदा भेल रही। एकटा विशाल सीढ़ी जे नीचाँ मुँहे जाइत छल से पार केलाक बाद बाम कात मेट्रोक गेट छल। सम्पूर्ण मेट्रो स्टेशन शीशाक बनाओल रहैक। शीश महल जकाँ। पारदर्शी शीशा। आर-पार देखाइत। हम धखाइत पुछलियनि जे अहाँ कियैक जा रहल छी जेनेवा? हमरा भेल जे संभवतः इहो हमरे मीटिंग मे जा रहलीह अछि। मुदा ओ कहलनि जे हम जेनेवा मे चाकरी करैत छी। हमर उत्सुकता बढ़ल। कारण जे ओ जाहि उमेरक हमरा लागि रहल छलि ताहि उमेर मे अपना ओहिठामक युवा सब पढ़बो नहि संपन्न कयने रहैत अछि ठीक सँ। आ दुब्बर-पातर काया देखि क’ त’ ओ आरओ कॉलेजिया धिया लागि रहल छलीह। मुदा हुनकर गोर दप-दप मुँह पर अपना पैर पर जे ठाढ़ होयबाक आभा छल से नीक लागल छल हमरा। हम फेर पुछलियनि जे कतय नौकरी करैत छी त’ कहलनि जे यूनाइटेड नेशनक कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट मे अधिकारी छथि। आरओ चकविदोर लागल। फेर नाम-गाम पुछलियनि। नामक संग कहलीह जे हुनकर गाम ज्यूरिचे छनि। ओ छुट्टी मे गाम-घर आयल रहथि। आइ वापस भ’ रहलीह अछि।

ताबत टर्मिनलक गेट आबि गेल छल। हम लगभग दौड़बाक उपक्रम करैत रही। ओ संभवतः बुझि गेल रहथि हमर मनोदशा। कहलनि जे आराम सँ चलू; ससमय पहुँचि जायब अहाँ। मुदा हमरा एकटा अज्ञात भय घेरने रहय। प्रायः हमरा ई भय अपन सभ यात्रा मे ताबत धरि घेरने रहैत अछि जाबत धरि ठाम पर ने पहुँचि जाइ हम! मेट्रो सँ उतरलहुँ त’ फेर बजारक पथार लागल छल। कखनो काल सोचैत छी जे मनुख लेल बजार अछि की बजार लेल मनुख?

विमानक बोर्डिंग गेट दिस बढ़ैत हमरा लोकनि रस्ता मे दू टा कोल्ड कॉफ़ी लेलहुँ। हम पाइ देबाक हेतु अपन कार्ड देलियैक दोकानदार केँ त’ ओ बरजैत कहलीह— “Have it as a Welcome drink, Dude!” जानि ने कियैक हम दुनू गोटे एक-दोसरा केँ देखि क’ मुस्किया उठल रही आ फेर चियर्स करैत आगू बढ़ि गेल रही। मुस्की मनुखक सब सँ पैघ मित्र अछि आ कदाचित शत्रु सेहो! से आइयो हमरा दुनुक ओहि दिनक भेल मित्रता अनामति अछि। गप-शप होइत रहैत अछि। एहिये बरख बियाह केलनि अछि ओ। पति सेना मे अधिकारी छथिन। हम बरमहल भारत अयबाक आमंत्रण दैत छियनि आ ओ स्विट्ज़रलैंड।

से कॉफ़ी पिबैत हमरा लोकनि विमानक एंट्री गेट लग आबि गेल रही। एंट्री पॉइंट पर ओ कहलनि जे चलू अगल-बगल बला सीट लेल रिक्वेस्ट करैत छियैक। हम कहलियैक गेट परहुक एअरपोर्ट कर्मी केँ। ओ मानि गेल रहय। हमरा थोड़ेक हिआओ भेल जे जेनेवा एअरपोर्ट पर आब परेशानी कम होयत थोड़ेक। कनिये काल मे विमान टेक-ऑफ केलक आ ओ नवयौवना अपना बैग सँ एकटा पोथी निकालि लेलीह। हम पुछलियनि जे की पढ़ैत छी? ओ बजलीह Self-Growth बला पोथी छैक। हमरा कहबाक मोन भेल रहय जे हमहूँ अपना भाषाक लेखक छी। मुदा ताहि सँ हुनका कोन मतलब होइतनि?

चुप्पे सीट पर ओंगठि गेलहुँ। अधिकतम 2 घंटा मे जेनेवा आबय बला छल।